Monday 22 February 2016

Jems clark maxwell life



मैक्सवेल महान भौतिकशास्त्री और गणितज्ञ था। जिसका जन्म 13 जून 1831 को हुआ था.। यह वही वर्ष था जब महान वैज्ञानिक फैराडेने विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (Electro magnetic Induction) की खोज की थी यह एक क्रांतिकारी खोज थी और बाद में इसी विषय में मैक्सवेल ने अपना शोध कार्य किया।मैक्सवेल के अनुसार निर्वात में विद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र तरंगों के रूप में गमन करता है.इन तरंगो की गति प्रकाश की गति से अधिक होती है।इन तरंगो को विद्युत चुम्बकीय तरंगें (Electromagnetic Rays) कहते है।आपने प्रकाश एवं रेडियो तरंगों को विद्युत चुम्बकीये तरंगें सिद्ध किया।आपने ये भी खोज की कि इन्हें चलने के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है।मात्र 18 वर्ष की आयु में ही आपके दो पत्र प्रकाशित हुए। जिनमें से इसमे से प्रथम पत्र वस्तुओ के प्रत्यास्थता के गुण के ऊपर था। तथा दूसरा ओवल वक्र के सम्बन्ध में था। इसके बाद आपने रंगों के गुणों अध्ययन कर यह निष्कर्ष निकाला की सभी प्रकार के रंग वास्तव में तीन आधार रंगों (Base or Primary colours) का मिश्रण होते हैं। इन रंगों यानी लाल, हरे व नीले रंगों को अलग अलग अनुपात में मिलाकर कोई भी रंग बनाया जा सकता है।मैक्‍सवेल की इस खोज ने रंगीन छपाई की

बुनियाद डाली। वर्तमान में हर प्रकार की रंगीन छपाई मशीनें, रंगीन टी.वी., रंगीन फोटोग्राफी, रंगीन कंप्यूटर मॉनिटर, फोन स्क्रीन सभी कुछ इसी सिद्धांत के आधार पर कार्य करते हैं। कभी कभी हरे प्राईमरी कलर के स्थान पर पीला रंग इस्तेमाल होता है।आपने Fish Eye Lens का भी आविष्कार किया. उसने शनि ग्रह के छल्लों के बारे में निष्कर्ष निकाला कि यह दरअसल बहुत छोटे कणों का समूह है जो उस ग्रह की परिक्रमा कर रहा है. किंग्स कॉलेज में काम करते हुए मैक्सवेल ने विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का भौतिक मॉडल तैयार किया, जिसकी खोज फैराडे ने की थी. उसी समय उसने प्रकाश के ध्रुवण (Polarization) पर चुम्बकीय प्रभाव की खोज की. जो विद्युत तथा चुम्बकत्व का प्रकाश के साथ संयुक्तीकरण का पहला चरण था. इसका अंतिम निष्कर्ष मैक्सवेल की चार समीकरणों के रूप में सामने आया, जिनकी गिनती भौतिक विज्ञान की महानतम समीकरणों के रूप में होती है.

इनके द्बारा प्रकाश तथा अन्य विद्युतचुम्बकीय तरंगों का वेक्टर मॉडल प्रस्तुत हुआ. तथा रेडियो, माइक्रोवेव जैसी किरणों का आविष्कार संभव हो सका. दूसरे शब्दों में मैक्सवेल की खोजों ने रेडियो, टी.वी. रडार तथा अन्य संचार उपकरणों के आविष्कार के रास्ते सुझाए. ऊष्मागतिकी में कार्य करते हुए उसने गैसों का गतिक मॉडल प्रस्तुत किया. इस मॉडल द्बारा गैसों की विशेषताओं का अध्ययन होता है. साथ ही उसने यांत्रिकी (Mechanics) का ऊष्मागतिकी (Thermodynamics) के साथ सम्बन्ध स्थापित किया. मैक्सवेल का बनाया मॉडल पदार्थ की चौथी अवस्था प्लाज्मा के अध्ययन में भी काफी उपयोगी सिद्ध हो रहा है. यह एक सुखद संयोग कहा जाएगा कि जिस वर्ष मैक्सवेल की मृत्यु हुई उसी वर्ष (1879) महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आईस्टीन का जन्म हुआ।